Thursday, 3 April 2008

पेड़ भी रोते हैं

माइक एदास्जिक जो की पेशे (अमरीका में, १० साल) से पेड़ काटने को काम करते हैं। एक अप्रैल को पेड़ कटते हुए अनिभव को बताते भावुक हो उठे। ओक का तना जब कटा, तो कटा हिस्सा देखने पर तीन निशान दिखे, देखने में मानो जैसे दो आँख, एक मूँह, और वह भी ऐसा जैसे वह रो रहा हो।


1 comment:

संजय बेंगाणी said...

अति मानविय.

अच्छा है, चहरा बना मिला कोई गणोशजी या अल्लाह लिखा मिलता तो...बारे न्यारे हो जाते :)